बेटी की शादी से पहले सीआरपीएफ के जवान पिता की उठी अर्थी।
तेघरा ( बेगूसराय)
बेटी की शादी की तैयारी के सिलसिले में घर आए सीआरपीएफ के जवान पिता अशोक मलिक का हृदय गति रुक जाने से मौत हो गया ये 50 वर्ष के थे.शादी की शहनाई बजने से पहले घर में मातम छा गया. तेघरा प्रखंड अंतर्गत नोनपुर गांव वार्ड संख्या 3 निवासी रामेश्वर मलिक के जेस्ट पुत्र 119 बटालियन सीआरपीएफ के जवान अशोक मलिक बेंगलुरु में तैनात थे. वे अपनी छोटी लड़की पिंकी की शादी की तैयारी के सिलसिले मैं 40 दिन की छुट्टी पर गांव आए हुए थे. पिंकी की शादी बरौनी प्रखंड के केसाबे गांव में तय हुआ था जो शादी 10 फरवरी को संपन्न होना था. कि रविवार के दिन उनकी एकाएक हृदय गति रुक जाने से उनकी मृत्यु हो गई. उसके बाद परिवार में कोहराम मचा हुआ है. साथ ही पूरे गांव में शोक की लहर फैली हुई है।
सीआरपीएफ के विभागीय अधिकारी एवं तेघरा थाना पहुंच कर शव को बेगूसराय अस्पताल से पोस्टमार्टम करवाकर उनके पैतृक आवास पर लाया। ये 2027 में सेवानिवृत्त होते. ये तीन भाई में सबसे बड़े थे. इन्होंने अपने पीछे तीन लड़का, दो लड़की एवं पत्नी किरण देवी को छोड़ गए. जवान के पार्थिव शरीर का अंतिम दर्शन एवं पुष्प अर्पित करने हेतु इनके निवास स्थान पर तेघरा के विधायक राम रतन सिंह, पूर्व प्रमुख राम स्वार्थ सहनी, मुखिया नीरज प्रभाकर, सरपंच हीरा लाल, पंचायत समिति सदस्य सुरेश पासवान, उप मुखिया रामप्रवेश महतो, जदयू के पंचायत अध्यक्ष शंभू पंडित, पचंबा पंचायत के पूर्व मुखिया राजेंद्र मलिक, वहां के वर्तमान सरपंच लकी देवी, डीलर बिरजू मल्लिक, डीलर विकास केंद्र के सचिव राजेंद्र मलिक सदस्य सोनू मलिक, रामचंद्र मलिक आदि ने इन के सम्मान में पुष्प अर्पित करते हुए श्रद्धांजलि दी । श्रद्धांजलि देते हुए विधायक राम रतन सिंह ने कहा कि देश की रक्षा करने वाले वीर कभी मरते नहीं, इनकी यादें हर समय समाज को अपने देश के प्रति समर्पित रहने का संदेश देती है। इनकी अंतिम संस्कार सम्मान के साथ सिमरिया घाट पर इनके बड़े पुत्र सुनील कुमार मल्लिक के द्वारा मुखाग्नि देने के साथ संपन्न हुआ।