कोरोनटाइन सेंटर चलाने वाले संचालकों की बिगड़ रही तबीयत
बकाया का भुगतान नहीं होने के कारण लगातार तीसरे दिन भी आमरण-अनशन जारी।
तीन दिनों से चल रहा आमरण-अनशन अधिकारी के नहीं टूट रहें हैं कुंभकर्ण की नींद।
भगवानपुर ( बेगूसराय ) बताते चलें कि कोविड 19 जैसे वैश्विक महामारी में जब देश जूझ रहा था उसी दौरान आगे इस वायरस नहीं फैलें इसलिए सरकार द्वारा बनाए गए कोरोनटाइन सेंटर चलाने वाले संचालकों का अब इतना प्रखंड अनुमंडल के चक्कर लगाएं कि अब स्थिति ऐसी बन गई कि खुद के बकाया राशि भुगतान करने के लिए आमरण अनशन तक करना पड़ रहा है। जो कि लगातार तीसरे दिन भी प्रखंड कार्यालय के मुख्य द्वार पर अनशन पर डटे रहना पड़ रहा है। और अधिकारियों के कानों में जूं तक नहीं रेंग रही है। वहीं स्वास्थ्य जांच में आमरण अनशन पर बैठे दो संचालकों की हालत नाजुक बताई जा रही है, एक काम अवश्य हो रहा है कि पीएचसी के डाक्टर स्वास्थ्य की जांच कर ईलाज अवश्य कर रहें हैं । जिसमें रामानंद प्रभाकर का स्वास्थ्य ज्यादा खराब बताया जा रहा है, उनका रक्तचाप धीरे-धीरे घट रहा है तथा वे डायबिटीज के भी मरीज बताएं जा रहें हैं। एक और अनशनकारी उदयकांत ठाकुर का भी रक्तचाप उच्चतम 180 हो गया है बावजूद वे दोनों अनशनकारी आमरण-अनशन पर डटे हुए हैं । इस आमरण-अनशन का नेतृत्व राजकमल राकेश के द्धारा किया जा रहा है । अनशनकारी उदयकांत ठाकुर ने बताया कि रिश्वत की ऐसी लत पड़ चुका है कर्मचारी अधिकारी अगर नही देने के कारण हमलोगों के राशि के साथ छेड़छाड़ कर कम कर दिए गए हैं तथा भुगतान भी नही किया जा रहा है, जिससे हमलोगो के सामने भूखों मरने की नौबत आ गई है । राशि में घपले की जांच होनी चाहिए । जब सभी कोरोनटाइन सेंटर पर एक जैसा आपूर्ति किया गया, तो एक समान भुगतान क्यों नहीं होगा । उन्होंने कहा कि अगर हमारी मांग जल्द नहीं मानी गई तो 25 जनवरी से अनशन पर मेरे साथ पत्नी और बच्चे भी शामिल होंगे । दिनभर अनशनकारियों का हौसला अफजाई करनें समाजिक और राजनैतिक कार्यकर्ता अनशन स्थल पर आते जातें रहते हैं । मगर प्रखंड कार्यालय के द्धार पर बैठें रहने के बाद भी अधिकारी इस मामले में मौन धारण किए हुए हैं , बकाया राशि का भुगतान नहीं किया जा रहा है।