*किसान संघर्ष समन्वय समिति के शांतिमय प्रदर्शन पर लाठी चार्ज, किसान नेताओं के सूझ बुझ से सभा में तब्दील*
अखिल भारतीय किसान संघर्ष समन्वय समिति के बिहार इकाई के आहवान पर पटना में राजपाल भवन मार्च गांधी मैदान पटना से 12 बजे दिन में निकला । मार्च गांधी मैदान , कारगिल चौक , भगत सिंह चौक होते हुए जेपी गोलंबर पर पहुंचा तो पुलिस द्वारा कर्डन बनाकर मार्च को रोकने का प्रयास किया गया
। लेकिन कर्दन तोड़ते हुए मार्च राज्यपाल की ओर बढ़ने लगा । मार्च में शामिल किसान काले कानूनों की वापसी , मोदी , अमित शाह कारपोरेट का दलाल है , किसान विरोधी काला कानून वापस करना होगा जैसी गगनभेदी नारों के साथ आगे बढ़ते जा रहे थे । डाक बंगला चौक पर पहुंचते ही पुलिस ने प्रदर्शनकारियों पर लाठी चार्ज कर दिया । जिसमें 50 से ज्यादा किसान प्रदर्शनकारी घायल हो गए । बावजूद इसके किसान नेताओं के सतर्कता एवं सूझ बुझ से किसानों को सभा में तब्दील कर दिया गया । जबकि पुलिस टकराना चाहती थी ।
सभा की अध्यक्षता का. ललन चौधरी सहित तीन सदस्यीय अध्यक्ष मंडली ने की । सभा को अखिल भारतीय किसान सभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ . अशोक धवले ने संबोधित करते हुए कहा कि किसान विरोधी काले कानूनों की पूर्ण वापसी तथा बिजली बिल की वापसी से कुछ भी कम नहीं किसान चाहते । उन्होंने कहा कि न्यूनतम समर्थन मूल्य वह भी स्वामीनाथन आयोग से कुछ भी कम नहीं । यानि कृषि में लागत का डेढ़ गुना दाम से कम नहीं चाहते । सभा को अखिल भारतीय किसान सभा के संयुक्त सचिव का. नन्द किशोर शुक्ला ने संबोधित करते किसानों को लंबी लड़ाई के लिए तैयार रहने को कहा ।
प्रदर्शन का नेतृत्व बिहार राज्य किसान सभा के महासचिव विनोद कुमार , बिहार राज्य ईख उत्पादक संघ के महासचिव प्रभुराज नारायण राव , बिहार राज्य किसान सभा के उपाध्यक्ष अवधेश कुमार , राजेन्द्र प्रसाद सिंह , संयुक्त सचिव अरुण कुमार , श्याम भारती , सोनेलाल प्रसाद , मनोज कुमार चंद्रवंशी , रामपरी , गणेश शंकर सिंह , अरुण कुमार मिश्र , मनोज सुनील , अहमद अली आदि ने किया ।
प्रभुराज नारायण राव
संयुक्त सचिव
बिहार राज्य किसान सभा