समस्तीपुर में किसानों ने खेत में थाली पीटकर तीनों कृषि कानून रद्द करने की मांग की- ब्रहमदेव
वॉइस ऑफ इंडिया के संवाददाता अमरदीप नारायण प्रसाद की खास रिपोर्ट
मन की बकबास बंद करो मोदीजी अब किसानों की बात सुनों- आशिफ होदा।
तीनों कृषि कानून रद्द करने, अंबानी- अडानी से यारी और किसानों से गद्दारी बंद करने, न्यूनतम समर्थन मूल्य पर फसल खरीद की गारंटी करने, तय समर्थन मूल्य से कम पर फसल खरीद को गारंटी करने, मन की बकबास बंद कर किसानों की बात सुनने, किसानों को नि: शुल्क बिजली- पानी- खाद- बीज- कृषि संयत्र देने, कृषि लोन माफ करने समेत अन्य मांगों को लेकर रविवार को मोतीपुर वार्ड-10 के पास आलू की खेत मेंअखिल भारतीय किसान महासभा के झंडे, बैनर तले किसानों ने थाली पीटकर किसान विरोधी मोदी सरकार का विरोध किया. मौके पर बासुदेव राय, मुकेश कुमार गुप्ता, जीतेंद्र सहनी, आशिफ होदा, संतोष कुमार, अरशद कमाल बबलू, शंकर सिंह, मनोज कुमार सिंह, अमरेश सिंह, मो० एजाज, राजदेव प्रसाद सिंह, ऐपवा जिलाध्यक्ष बंदना सिंह, चांद बाबू, मो० तौसीफ इकबाल, मो० मुन्ना आदि ने आयोजित सभा को संबोधित किया. सभा की अध्यक्षता किसान नेता ब्रहमदेव प्रसाद सिंह ने किया. उन्होंने सभा को संबोधित करते हुए कहा कि मोदी सरकार किसानी को किसान के हाथों से लेकर अडानी- अंबानी को सौपना चाहते हैं. कारपोरेट कंपनियां अपने हित में खेती कराएंगे. किसान अपने से नहीं बल्कि कंपनीयों द्वारा निर्धारित फसल ही उगा पाएंगे. किसान के उत्पाद खरीदने में रेट लगाने की कंपनीयों को छूट होगा. स्टाक की सीमा भी नहीं होगी. इससे किसान कंपनीयों के गुलाम हो जाएंगे. इसे अंग्रेजी कानून को किसान नहीं मानेंगे. किसानों की लड़ाई जायज है. इसमें भाकपा माले किसानों के पक्ष में आंदोलन को तेज करेंगे.