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भारतीय पिछड़ा शोषित संगठन के तत्वाधान में आगामी 03 जनवरी को सावित्री वाई फूले जयंती"शिक्षा दिबस" के रूप में मनाया जाएगा-उमेश मधुबनी

 भारतीय पिछड़ा शोषित संगठन के तत्वाधान में आगामी 03 जनवरी को सावित्री वाई फूले जयंती"शिक्षा दिबस" के रूप में मनाया जाएगा-उमेश मधुबनी


भारतीय पिछड़ा शोषित संगठन, बिहार के सभी जिला इकाइयों के द्वारा,03 जनवरी 1831ई0को भारत की प्रथम महिला शिक्षिका माता साबित्री बाई फूले का जन्म हुआ था। शिक्षा के क्षेत्र में महिला शिक्षा की महत्ता को समझते हुए उन्होंने कई तरह की समस्याओं से जूझते हुए स्त्री शिक्षा के लिए काम करना शुरू कर दिया और कई बालिका विद्यालयों की स्थापना कर उसका संचालन किया। उनकी स्मृति में भारत में प्रतिवर्ष 3 जनवरी को उनकी जयंती मनाई जाती है और नारी शिक्षा को बढ़ाने के तौर-तरीके पर समीक्षात्मक विमर्श किया जाता है। इस कड़ी में भारतीय पिछड़ा शोषित संगठन, बिहार के द्वारा प्रत्येक जिले में 03 जनवरी 2021को "शिक्षा दिवस" के रूप में सावित्री वाई फूले जयंती समारोह पुर्बक मनाकर नारी शिक्षा विशेषकर पिछड़े, दलित एवं अल्पसंख्यक समुदाय की महिलाओं के शैक्षणिक उन्नयन की दशा एवं दिशा पर विचार विमर्श करने का निर्णय लिया गया है और नारी शिक्षा को और अधिक गति देने हेतु कार्य योजना बनाने का निर्णय लिया गया है।अनुरोध है कि आप अपने जिले में 03 जनवरी 2021को माता साबित्री बाई फूले की जयंती समारोह पूर्वक मनाकर उपरोक्त निर्णयों के क्रियान्वयन हेतु अपेक्षित कदम उठाना चाहेंगे।भारतीय पिछड़ा शोषित संगठन के प्रदेश अध्यक्ष-सह-समाजबादी   चिंतक उमेश राय ने यह जानकारी दिया

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