अपहरण उपरांत हत्या काण्ड का पुलिस ने किया खुलासा
समस्तीपुर ! पुलिस ने मुसरीघरारी थाना क्षेत्र के रूपौली निवासी मो0 खलील आलम की अपहरण उपरांत हत्या मामले का शनिवार को खुलासा कर दिया।
सदर अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी मो0 शेहबान हबीब फ़ख़री के कार्यालय समस्तीपुर में आयोजित प्रेस वार्ता में सदर एसडीपीओ ने इसकी जानकारी पत्रकारों को दी। प्रेस वार्ता को सम्बोधित करते हुए उन्होंने बताया कि 17 फरवरी को मुसरीघरारी थाना क्षेत्र के रूपौली निवासी मो0 सितार के द्वारा उनके भाई मो0 खलील ऑलम के अपहरण किए जाने और उसके एवज में दो लाख 75 हजार रुपए की फिरौती की मांग अपहरणकर्ताओं के द्वारा फोन किए जाने की लिखित आवेदन मुसरीघरारी थाना में दी गई थी। जिसमें उन्होंने बताया था कि बीते 16 फरवरी के सुबह 10 बजे कोई बैग लाने के लिए मो0 खलील ऑलम डॉ० सजय, समस्तीपुर के यहां गये थे। जिसके बाद वह शाम तक घर नहीं लौटे। रात्रि में अज्ञात अपराध कर्मियों के द्वारा मो0 खलील ऑलम के ही मोबाइल फोन नंबर से उनकी मृतक खलील की पत्नी के मोबाइल पर फोन कर दो लाख 75 हजार रुपए की फिरौती की मांग की गई, नहीं देने पर खलील की किडनी बेच दिए जाने की बात कही गई थी। उनके आवेदन पर मुसरीघरारी थाना में मामला दर्ज किया गया था। इस मामले के उद्भेदन व अपहृत की बरामद की एवं इसमें संलिप्त बदमाशों की गिरफ्तारी को लेकर जिला पुलिस अधीक्षक के निर्देश पर सदर एसडीपीओ के नेतृत्व में एक एसआईटी का गठन किया गया। मोबाइल लोकेशन एवं मामले की छानबीन के दौरान मिले इनपुट्स के आधार पर पुलिस को जानकारी मिली कि अपहृत खलील को कल्याणपुर थाना क्षेत्र में रखा गया है। जिसके बाद पुलिस के द्वारा अनुसंधान के आधार पर कल्याणपुर थाना क्षेत्र के वासुदेवपुर निवासी संदिग्ध विपुल कुमार को हिरासत में लेकर पूछताछ की गई। पुलिस के अनुसार पूछताछ के क्रम में विपुल के द्वारा बताया गया कि पांच वर्ष पूर्व मो० खलील आलम ने उनसे व उनके मित्र से नौकरी के नाम पर तीन लाख 70 हजार रुपए लिए गए थे। जिसे लौटाने के नाम पर उसके द्वारा लगातार टालमटोल किया जा रहा था। इसी को लेकर उसके द्वारा अपने सहयोगी के साथ मिलकर खलील को अपने मुर्गी फार्म पर ले जाया गया। जहां उसके मोबाइल में लगे हुए सिम को निकालकर विपुल ने अपने मोबाइल में लगाकर उसकी पत्नी को फोन किया था। उसने पुलिस को बताया कि मुर्गी फार्म में उसके साथ मारपीट करते हुए उससे नौकरी के नाम पर दिए गए अपने रुपए की मांग की गई। पुलिस के अनुसार मारपीट के क्रम में ही खलील की मृत्यु हो गई ऐसा विपुल ने पुलिस को बताया है। जिसके बाद उन लोगों के द्वारा साक्ष्य छुपाने के उद्देश्य से मुर्गी फार्म में ही गड्ढा खोदकर उसके शव को दफना दिया गया। जहां से पुलिस ने खलील के शव को बरामद कर लिया है।