तेज तर्रार मुखिया की असामयिक निधन।
वीरपुर संवाददाता
प्रखंड क्षेत्र की तेज-तर्रार नेत्री,वीरपुर पूर्वी पंचायत की मुखिया और पूर्व प्रखंड प्रमुख श्रुति गुप्ता नहीं रहीं। मंगलवार को हर्ट-अटैक से उनका निधन हो गया।वे 56 वर्ष की थीं। वह शुरू से ही समाजसेवा से जुड़ी रहीं।जानकारी के अनुसार 1996 में भाकपा की सदस्यता लेने के बाद उन्होंने गरीबों,वंचितों और महिलाओं के लिए अपना जीवन समर्पित कर दिया।उन्होंने महिला उत्पीड़न,महिला शिक्षा औऱ गरीबों के शोषण के खिलाफ दर्जनों मौके पर सड़क पर उतर कर आंदोलन किया।वे अपने बल बूते वीरपुर प्रखंड की राजनीति में हमेशा शीर्ष पर बनी रहीं।परिजनों ने बताया कि वर्ष 2006 से 2011 तक वीरपुर पूर्वी पंचायत से पंचायत समिति सदस्या के रूप में बेहतरीन कार्य किया।वर्ष 2011 से 2016 तक उन्होंने वीरपुर प्रखंड की अनारक्षित प्रमुख सीट पर काबिज होकर अपनी राजनैतिक ताकत का एहसास कराया।2016 से अबतक वह वीरपुर पूर्वी पंचायत की मुखिया पद पर कार्य करते हुए जनता की सेवा में लगी थी। उनके निधन की सूचना मिलते ही प्रखंड क्षेत्र में शोक की लहर दौड़ गई।वे अपने राजनैतिक विरोधी का भी बहुत सम्मान करती थीं। इसलिए उनके आकस्मिक निधन से सभी दुखी थे।उनके निधन पर पूर्व विधायक अमीता भूषण,बीडीओ अखिलेश कुमार,थानाध्यक्ष सूचित कुमार,एएसआई सुबोध कुमार तिवारी,प्रखंड प्रमुख फूलन देवी,उपप्रमुख मृत्युंजय कुमार,मुखिया पंकज कुमार सिंह,मेराज अंसारी,लाल बहादुर शर्मा,राम शंकर,अनिता देवी,आशा देवी,पूर्व मुखिया राम प्रवेश सिंह,सुखराम महतो,भाजपा नेता छोटेलाल सिंह,भाकपा के राम बिलास महतो,चन्द्रप्रकाश नारायण सिंह,कांग्रेस के संजीव कुमार सिंह,आशुतोष पोद्दार हीरा ने शोक व्यक्त करते हुए प्रखंड के लिए बहुत बड़ी क्षति बताया है।जिसे भरपाई करना संभव नहीं है।