ट्रक पर लगे काला कानून के खिलाफ CM का पुतला दहन
*ट्रक व्यवसाय से जुड़े लोगों का आज से आंदोलन का हुआ सुरुआत
वॉइस ऑफ इंडिया के संवाददाता रामाधार साहनी के साथ झुनू बाबा की खास रिपोर्ट
समस्तीपुर । 12 चक्का से ऊपर के वाहनों से बालू-गिट्टी की ढुलाई पर रोक से परिवहन कारोबार प्रभावित हो गया है। इससे जुड़े ट्रक मालिकों में आक्रोश है। सभी ने गुरुवार को मुख्यमंत्री का पुतला दहन किया है। वहीं सरकार के आदेश से समस्तीपुर जिला के पांच पंद्रह सौ से अधिक ट्रकों का पहिया थम गया है।
परिवहन कारोबार बंद होने पर इससे जुड़े ट्रक मालिक से लेकर दस हजार से अधिक चालक व खलासी व मजदूर के समक्ष भुखमरी की समस्या उत्पन्न हो गई है। ट्रक मालिकों ने कहा कि कोरोना काल में ट्रकों का परिचालन बंद था। इस कारण ट्रक मालिकों ने जैसे-तैसे किश्ती देकर परिवहन शुल्क से छुटकारा पाया। जब कारोबार शुरू हुआ तो सरकार ने नया नियम लागू कर परेशानी में डाल दिया है। इस कारण ट्रक मालिकों का मासिक पांच से पचास करोड़ का कारोबार प्रभावित होगा। ज्ञात हो कि जिले में गिट्टी एवम बालू का कारोबार लंबा है। नए नियमों के कारण 12 चक्का से ऊपर वाले ट्रक मालिक बेरोजगार हो गए। जानकारी मिली है कि सड़क व पुल पुलिया के समय से पहले टूटने से लेकर अधिक लोगों को रोजगार उपलब्ध कराने के उद्देश्य से 12 चक्का तक वाले ट्रकों से ही बालू-गिट्टी परिचालन का आदेश दिया है
बोले ट्रक मालिकः
जिला के ट्रक मालिक ने बताया कि लगभग हजारो से अधिक ट्रक परिचालन बंद रहने से लाखो लोगों के समक्ष रोटी की समस्या उत्पन्न हो जाएगी। सरकार को इस दिशा में पहल करने की जरुरत है। दलसिंहसराय के ट्रक मालिक धीरज कुमार ने कहा कि सरकार को पहले ही यह नियम लागू कर देना चाहिए था। इससे 14 चक्का वाले ट्रक ही लोग नहीं लेते। ट्रक मालिक ने कहा कि प्रशासन को दूसरे राज्यों से आनेवाले ओवरलोडेड वाहनों के खिलाफ कार्रवाई करना चाहिए।मौके पर जिला मोटर व्यवसायी संध के अध्यक्ष संजय कुमार, महासचिव संजीव कुमार सुमन, दलसिंहसराय ट्रक ऑनर के अध्यक्ष सुजीत कुमार,महासचिव अरविंद राय ,लक्ष्मी प्रसाद संतोष कुमार,जितेंद्र कुमार, भूषण राय आदि ।
वाईट :-संजय कुमार, संजीव कुमार सुमन,अरविंद राय