डॉक्टर भगवान का रूप होता है यह वाकया सिद्ध किया डॉ दीपक ने
मोतिहारी।पु0च0
कहते है न धरती पर भगवान का दूसरा रूप डॉक्टर होता है। जी हा यह कहने में कोई अतिशयोक्ति नही है। लेकिन आज हम एक ऐसे ही डॉक्टर से मिले जिन्होंने एक बहुत ही गंभीर हालत में पहुचे एक मरीज के गोल ब्लोडर से 21 एमएम का पत्थर निकालकर उस मरीज की जान ही नही बचाई बल्कि तीन बच्चो की माँ की जान बचाई ।जो बच्चे अपनी टकटकी निगाहे से अपनी माँ को देख रहा था।.
वही इस मरीज की जान बचाने वाले डॉ दीपक का कहना है कि जब यह मरीज मेरे पास आई थी तब यह काफी कमजोर लग रही थी। खून की भी कमी थी साथ ही दर्द से काफी कराह रही थी ।मेडिकल जांच से पता चला कि मरीज के पेट मे स्टोन है । मरीज का पहले से तीन आपरेशन भी हो चुका था। ऐसे में मरीज के स्वास्थ्य को देखते हुए आपरेशन कर स्टोन निकालना काफी गंभीर था। बावजूद मरीज की हिम्मत व मेरे प्रयास से आपरेशन सफल रहा । वही डॉक्टर दीपक ने कहा कि मेरे लिए बहुत ही खुशी का पल था। वही मरीज के परिजन भी अपने मरीज का सफल आपरेशन देख काफी उत्साहित है व डॉ का धन्यवाद देते नही थक रहे है।बतादे कि डॉ दीपक शहर ही नही बल्कि गांव में भी अपनी सेवा देकर उन गरीब मरीजो की जान बचाने का काम करते आ रहे है जो पैसे के अभाव में गांव से शहर इलाज के लिए नही जा सकते है आज इसी क्रम में डॉ दीपक ने ढेकहा गांव में एक बच्चे के गले से सिक्का निकाल कर उसकी जान बचाने का काम किया है।
वाकई में सलाम है ऐसे डॉ का जो पैसों के पीछे नही भाग कर अपने कर्तव्य का निर्वहन ईमानदारी से करना जानते है