सरस्वती पूजा के दूसरे दिन भक्तों ने किया पूजा अर्चना
नावकोठी (बेगूसराय) प्रखण्ड क्षेत्र अन्तर्गत सभी पंचायतों में विद्या की देवी माता सरस्वती की पूजा - अराधना धूमधाम और हर्षोल्लास पूर्वक किया गया। हिन्दू पंचाग के अनुसार माघ शुक्ल पंचमी तिथि 5 फरवरी को वसंत पंचमी मनाया जाता है।
सरस्वती माता को पीले फूल, पीले वस्त्र, पीले फूलों की माला, खीर, मालपुआ, बेसन के लड्डू, अक्षत्, सफेद चंदन, पीला गुलाल, पीला रोली आदि अर्पित कर भक्तों ने पूजा अर्चना की। इस दौरान ओम ऐं सरस्वत्यै ऐं नमः विशेष मंत्र का जाप किया गया।पौराणिक कथा के अनुसार ब्रह्मा जी ने सृष्टि को वाणी एवं ज्ञान देने के लिए माता सरस्वती को प्रकट किया था।उनकी कृपा से ही सृष्टि के जीवों को स्वर मिले थे। पूजा में लगे विद्यार्थियों को करोना गाइडलाइन के कारण उत्साह फीकी नजर आई। सरस्वती पूजा में मूर्ति एवं पंडाल की रौनक एवं चहल कदमी में कमी देखी गई। स्कूल, कोचिंग सेंटर एवं अन्य शैक्षनिक संस्थानों में सीमित आयोजन देखने को मिला।डफरपुर पंचायत के छतौना ग्राम में वयोवृद्ध और अवकाश प्राप्त शिक्षक रमेश मिश्र के दरवाजे पर इस बार 58 वीं सरस्वती पूजा की गई।इस इलाके में ज्ञान की देवी माता सरस्वती पूजा की शुरुआत स्व० पंडित कृष्णदेव मिश्र के दरवाजे से हुई थी जो लगातार आज भी जारी है।पहले मंसूरचक से मूर्ति लायी जाती थी, क्योंकि इस इलाके में मूर्ति निर्मित नहीं होता था।अब प्रखण्ड में बहुत जगह मूर्ति का निर्माण हो रहा है।